भारत ने गुरुवार को अंतर-वायुमंडलीय उन्नत वायु रक्षा (एएडी) इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इंटरसेप्टर मिसाइल को ओडिशा तट के अब्दुल कलाम द्वीप से छोड़ा गया। इसने 40 किमी की दूरी पर आ रही दुश्मन की एक डमी मिसाइल पर हमला किया। इंटरसेप्टर मिसाइल पृथ्वी के वायुमंडल के भीतर 100 किमी से नीचे की ऊंचाई पर रहती है।
. @DRDO_India successfully tested Ballistic Missile Interceptor Advanced Air Defence (AAD) at 11:30 hrs today from Abdul Kalam Island, Odisha & all mission objectives were accurately met.
— Raksha Mantri (@DefenceMinIndia) August 2, 2018
The missile is capable of destroying incoming hostile targets at altitude of 15 to 25 kms. pic.twitter.com/6lovhU27Kr
सूत्रों ने कहा कि रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (डीआरडीओ) ने एएडी इंटरसेप्टर का परीक्षण कई नकली लक्ष्यों के खिलाफ किया। मिसाइल कई लक्ष्यों में एक को चुनने के बाद उसे निशाना बनाती है।
इस परीक्षण के दौरान रडार, मॉनिटरिंग सिस्टम, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलिमेटरी सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था। इंटरसेप्टर मिसाइल को 7.5 मीटर लंबे सॉलिड रॉकेट से छोड़ा गया। इस इंटरसेप्टर मिसाइल का अपना खुद का मोबाइल लांचर है। इसके अलावा स्वतंत्र ट्रैकिंग क्षमता होती है, इसमें सोफिस्टिकेटेड रडार होता है। इसमें इंटरसेप्शन के लिए सुरक्षित डाटा लिंक भी होता है
बहुस्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने के प्रयासों के तहत विकसित यह मिसाइल दुश्मन की तरफ से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है। इस तकनीक को हासिल करने वाला भारत चौथा देश बन गया है। भारत के अलावा यह तकनीक अमेरिका, रूस और इजरायल के पास है।
2022 तक ये शील्ड भारत की सीमाओं की रक्षा करने के लिए तैयार होगी। इससे पहले 16 जुलाई को भारत ने सफलतापूर्वक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 'ब्राह्मोस' का परीक्षण किया था।
फरवरी 20 , 2019
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