भारत ने एक बार फिर अंतरिक्ष में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारत के संचार उपग्रह GSAT-31 को यूरोपीय कंपनी एरियनस्पेस के एरियन रॉकेट की ओर से बुधवार देर रात 2 बजे के करीब फ्रेंच गुयाना स्थित प्रक्षेपण स्थल से लॉन्च किया गया। भारत ने पहले भी कई उपग्रह फ्रेंच गुयाना से प्रक्षेपित किए हैं और अब यह भारत की ओर छलांग है। भारत में भी कई प्रक्षेपण स्थल हैं, जहां से भारत ने कई ऐतिहासिक कारनामों का गवाह बना है।
Indian Space Research Organisation: India’s latest communication satellite, GSAT-31 was successfully launched from the Spaceport in French Guiana at 2:31 am today. pic.twitter.com/0S5eXooIAF
— ANI (@ANI) February 5, 2019
लॉन्च के 42 मिनट बाद 3 बजकर 14 मिनट पर सैटलाइट जिओ-ट्रांसफर ऑर्बिट में स्थापित हो गया। यह लॉन्च एरियनस्पेस के एरियन-5 रॉकेट से किया गया। GSAT-31 का वजन 2535 किलोग्राम है और इस सैटलाइट की आयुसीमा 15 साल की है। यह भारत के पुराने कम्यूनिकेशन सैटलाइट इनसैट-4सीआर का स्थान लेगा। फ्रेंच गुएना में इसरो की ओर से उपस्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर के डायरेक्टर एस पांडियन ने इस बारे में कहा, 'लॉन्च में कोई समस्या नहीं आई। GSAT-31 इनसैट सैटलाइट को रीप्लेस करेगा। मैं इस सफलता के लिए एरियनस्पेस और इसरो के अधिकारियों उन अधिकारियों को बधाई देना चाहता हूं, जो जनवरी की शुरुआत से यहां गुएना में मौजूद हैं।'
ISRO ने बताया कि GSAT-31 का इस्तेमाल वीसैट नेटवर्क, टेलिविजन अपलिंक, डिजिटल सैटलाइट न्यूज गैदरिंग, डीटीएच टेलिविजन सर्विस और कई अन्य सेवाओं में किया जाएगा। इसके अलावा यह सैटलाइट अपने व्यापक बैंड ट्रांसपोंडर की मदद से अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के विशाल समुद्री क्षेत्र के ऊपर संचार की सुविधा के लिए विस्तृत बीम कवरेज प्रदान करेगा।
फरवरी 20 , 2019
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