बिहार के मुजफ्फरपुर बालिक गृह रेप कांड मामले में सीबीआई की टीम शनिवार की सुबह मुजफ्फरपुर शेल्टर होम पर पहुंची। सीबीआई की टीम के साथ फॉरेंसिक टीम भी पहुंची। यहां केस से जुड़े सबूत जुटाने के लिए यहां का दौरा किया है।
#MuzaffarpurShelterHome case: A team of Central Bureau of Investigation and Central Forensic Science Laboratory has arrived at the shelter home for further investigation. The team will also visit accused Brajesh Thakur's residence and newspaper office. #Bihar pic.twitter.com/TUn1qjZdoh
— ANI (@ANI) August 11, 2018
आपको बता दे कि इससे पहले बिहार सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मामले में ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ का लाइसेंस रद्द कर दिया है। सरकार के समाज कल्याण विभाग की इस संबंध में अनुशंसा के आधार पर निबंधन विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी की। विभाग पहले ही ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ की ओर से संचालित सभी शेल्टर्स होम को बंद करने का आदेश जारी कर चुका है।
ब्रजेश के बैंक खाते फ्रीज
ब्रजेश और उनके एनजीओ के नाम से जहां-जहां और जिन-जिन बैंकों में खाते हैं उन्हें फ्रीज कर दिया गया है। मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने ब्रजेश ठाकुर और उसके परिवार के अन्य सदस्यों या उनके एनजीओ से जुड़े लोगों के नाम पर चल और अचल संपत्ति की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी है।
स्वास्थ्य विभाग ने भी ब्रजेश ठाकुर की संस्था को बिहार एड्स कंट्रोल सोसाइटी की ओर से वर्षों से मिल रहे सभी प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया है। विभाग ने अब तक मिले सभी कॉन्ट्रैक्ट और अन्य कार्यों की जांच के लिए जांच दल का भी गठन किया है।
मंजू वर्मा का इस्तीफा
इससे पहले मुजफ्फरपुर बालिक गृह रेप कांड में विपक्ष के बढ़ते दबाव के बीच बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया है। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है और ऐसे अंदेशा जताया जा रहा है कि इसकी आंच मंजू वर्मा के पति चंद्रेश्वर वर्मा तक भी पहुंच सकती है। चंद्रेश्वर वर्मा पर इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ कथित संबंध होने के आरोप हैं।
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