राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में वरिष्ठ पत्रकार रहे हरिवंश ने विपक्ष के उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को हरा दिया और राज्यसभा का उपसभापति चुने गए। जिसके बाद नवनिर्वाचित हरिवंश की जीत पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलिया के रहने वाले हरिवंश नारायण सिंह तारीफ की तो दूसरी ओर कांग्रेस पर चुटकी लेने से नहीं चूके। उन्होंने सदस्यों को भी नए उपसभापति के चुनाव के लिए बधाई दी और विपक्ष के उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद का भी संसदीय गरिमा के पालन के लिए आभार जताया।
I congratulate Harivansh ji on behalf of the whole house. He has been blessed with the talent of writing. He was also a favourite of former PM Chandra Shekhar ji: PM Modi #RajyaSabhaDeputyChairman pic.twitter.com/jmySo2x6fI
— ANI (@ANI) August 9, 2018
सत्ता पक्ष और विपक्ष के तौर पर मैदान में उतरे उम्मीदवार हरिवंश और बीके हरिप्रसाद के नाम में 'हरि' का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब सब कुछ 'हरी' भरोसे है। उम्मीद है कि हरी कृपा हम सबपर बनी रहे।
दोनों पक्षों के प्रत्याशियों के नाम में 'हरि' जुड़ा है लेकिन जीत हमारे 'हरि' की हुई क्योंकि विपक्ष के उम्मीदवार के नाम के आगे 'बिके' यानी 'बीके' जुड़ा हुआ था। हालांकि मोदी ने इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी बीके हरिप्रसाद को इस लोकतांत्रिक परंपरा का निर्वहन करने के लिए बधाई भी दी।
वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'हरिवंश जी पहले एनडीए के प्रत्याशी थे, लेकिन चुनाव जीतने और उपसभापति बनने के बाद यह पूरे सदन के हो गए हैं। वह अपना काम अच्छे से करें, हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं।' उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि एक पत्रकार के उपसभापति बनने से मीडिया में सदन की कार्यवाही की खबरें ज्यादा आएंगी।
समाजवादी पार्टी के रामगोपाल सिंह ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, 'हरिवंश जी आप कभी सदस्यों से नाराज मत होइएगा क्योंकि सदस्य के नाराज होने से आपका कुछ नहीं जाएगा लेकिन आपके नाराज होने से सदस्यों का बहुत कुछ जा सकता है।'
'अपने अखबार को भी नहीं लगने दी भनक'
पीएम ने कहा, 'हम जानते हैं कि एसपी सिंह के साथ उन्होंने काम किया, धर्मयुग में भारती जी के साथ ट्रेनी के तौर पर काम किया। दिल्ली में चंद्रशेखर के जी के चहेते थे। पूर्व पीएम चंद्रशेखर जी के साथ उस पद पर थे जहां सब जानकारी उन्हें थी। चंद्रशेखर जी इस्तीफा देने वाले थे, यह बात उनको पहले से पता थी। पत्रकारिता की दुनिया से जुड़े थे लेकिन खुद के अखबार को भी भनक नहीं लगने दी कि चंद्रशेखर जी इस्तीफा देने वाले हैं। उन्होंने पद की गरिमा को बनाते हुए सीक्रेट को मेंटेन किया।'
खिलाड़ियों से कठिन होता है सदन में अंपायर का काम-:
उनके संघर्ष का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'सदन की अपनी चुनौती होती है। यहां खिलाड़ियों से ज्यादा अंपायर परेशान रहते हैं। नियमों में खेलने के लिए सांसदों को मजबूर करना चुनौतीपूर्ण काम है।' पीएम ने उपसभापति की पत्नी को भी याद किया और कहा, 'हरिवंश जी की पत्नी आशा जी चंपारण से हैं। उन्होंने राजनीति विज्ञान में एमए किया है। उनके अकैडमिक नॉलेज से आपको मदद मिलेगी।
फरवरी 15 , 2019
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